बुमराह का ‘अनचाहा तोहफा’: शतक जड़कर भी जो रूट क्यों हुए शर्मिंदा?

भारत – क्रिकेट के मैदान पर कुछ प्रतिद्वंद्विताएं ऐसी होती हैं, जो इतिहास में दर्ज हो जाती हैं। भारत और इंग्लैंड के बीच लॉर्ड्स में चल रहे तीसरे टेस्ट में एक बार फिर ऐसा ही देखने को मिला, जब इंग्लैंड के दिग्गज बल्लेबाज जो रूट ने शानदार शतक जड़ा, लेकिन भारतीय तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह के सामने वह एक ‘अनचाहे कलंक’ से खुद को नहीं बचा सके। यह मुकाबला सिर्फ रनों और विकेटों का नहीं, बल्कि दो महान खिलाड़ियों के बीच वर्चस्व की लड़ाई का भी गवाह बना।

⭐ आज की बड़ी खबर: एक नज़र में ⭐

  • मुख्य घोषणा: जो रूट ने लॉर्ड्स में अपना 37वां टेस्ट शतक पूरा किया, लेकिन जसप्रीत बुमराह ने उन्हें 11वीं बार टेस्ट क्रिकेट में आउट कर एक नया अनचाहा रिकॉर्ड उनके नाम कर दिया।
  • बाजार पर असर: बुमराह की घातक गेंदबाजी ने इंग्लैंड को 387 रनों पर समेटने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई, जिससे भारत को पहली पारी में अच्छी बढ़त बनाने का मौका मिला।
  • विशेषज्ञों की राय: क्रिकेट पंडितों का मानना है कि बुमराह की जो रूट के खिलाफ निरंतर सफलता उनकी असाधारण क्षमता और रूट की कमजोरी पर पैनी पकड़ का सबूत है।
  • आगे क्या होगा: इस श्रृंखला में अभी भी कई पारियां बाकी हैं, और यह देखना दिलचस्प होगा कि जो रूट बुमराह के इस दबदबे से कैसे निपटते हैं।

🎯 लॉर्ड्स में रूट का शतक और बुमराह का ‘पंजा’

लॉर्ड्स के ऐतिहासिक मैदान पर, जो रूट ने एक बार फिर अपनी क्लास साबित करते हुए शानदार शतक जड़ा। यह उनके टेस्ट करियर का 37वां शतक था, जिसने उन्हें महान बल्लेबाजों की सूची में और ऊपर पहुंचा दिया। रूट ने धैर्य और दृढ़ता का प्रदर्शन करते हुए इंग्लैंड की पारी को संभाला। हालांकि, उनकी यह खुशी ज्यादा देर तक नहीं टिकी, क्योंकि भारतीय पेस अटैक के अगुआ जसप्रीत बुमराह ने एक बार फिर अपनी घातक गेंदबाजी का जलवा दिखाया। रूट ने शतक पूरा करने के ठीक बाद, बुमराह की एक अंदर आती गेंद पर अपना विकेट गंवा दिया, जिससे उनकी पारी का अंत 104 रनों पर हुआ। यह कोई सामान्य आउट नहीं था; यह जसप्रीत बुमराह द्वारा टेस्ट क्रिकेट में जो रूट को 11वीं बार आउट करना था, जो किसी भी गेंदबाज द्वारा रूट को सबसे ज्यादा बार आउट करने के रिकॉर्ड में पैट कमिंस के साथ संयुक्त रूप से सबसे ऊपर है। यह आंकड़ा ही इस बात की पुष्टि करता है कि शतक तो बना, पर जो. रूट खुद को बुमराह के लगाए इस बड़े कलंक से नहीं बचा सके

बुमराह ने केवल रूट को ही नहीं, बल्कि बेन स्टोक्स और क्रिस वोक्स जैसे महत्वपूर्ण बल्लेबाजों को भी शुरुआती सत्र में पवेलियन भेजा, जिससे इंग्लैंड की पारी लड़खड़ा गई। बुमराह की सटीक लाइन-लेंथ और गेंद को दोनों तरफ स्विंग कराने की क्षमता ने इंग्लैंड के बल्लेबाजों को लगातार मुश्किल में डाला।

🔍 रूट vs बुमराह: यह एकतरफा जंग क्यों?

क्रिकेट के जानकार लंबे समय से जो रूट और जसप्रीत बुमराह के बीच इस रोचक प्रतिद्वंद्विता पर नजर रखे हुए हैं। आंकड़ों के अनुसार, बुमराह ने 25 टेस्ट पारियों में 10 बार रूट को अपना शिकार बनाया है, जिससे रूट का औसत सिर्फ 29 का रह जाता है। यह स्पष्ट रूप से बुमराह के दबदबे को दर्शाता है। लॉर्ड्स में जिस तरह से बुमराह ने रूट को बोल्ड किया, वह भी दर्शाता है कि भारतीय तेज गेंदबाज ने रूट की कमजोरियों को कितनी अच्छी तरह से पढ़ा है। गेंद बल्ले और पैड के बीच से निकलकर मिडल स्टंप को उड़ा ले गई, एक ऐसा दृश्य जो भारतीय प्रशंसकों के जहन में लंबे समय तक रहेगा। (हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट देखें)

विशेषज्ञों का मानना है कि बुमराह की अनूठी एक्शन और अप्रत्याशित स्विंग उन्हें दुनिया के सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाजों के लिए भी एक बड़ा खतरा बनाती है। रूट, जो अपने करियर में लगभग हर गेंदबाज पर हावी रहे हैं, बुमराह के सामने अक्सर असहज दिखते हैं। यह मानसिक लड़ाई भी है, जहाँ बुमराह ने रूट के दिमाग में अपना डर पैदा कर दिया है।

💡 भारतीय गेंदबाजी का बोलबाला और रिकॉर्ड तोड़ प्रदर्शन

बुमराह का प्रदर्शन सिर्फ जो रूट के विकेट तक ही सीमित नहीं रहा। उन्होंने इस मैच में कुल 5 विकेट लेकर एक और मील का पत्थर स्थापित किया। यह विदेशी धरती पर उनका 13वां फाइव-विकेट हॉल था, जिससे उन्होंने महान कपिल देव के 12 फाइव-विकेट हॉल के भारतीय रिकॉर्ड को तोड़ दिया। बुमराह ने बेन स्टोक्स और क्रिस वोक्स जैसे बल्लेबाजों को भी जल्दी आउट कर इंग्लैंड को बैकफुट पर धकेल दिया। इस प्रदर्शन से भारतीय टीम के लिए मैच में एक मजबूत स्थिति बनी और यह एक बार फिर साबित हुआ कि बुमराह टेस्ट क्रिकेट में भारत के सबसे बड़े हथियार हैं।

भारतीय गेंदबाजी इकाई ने सामूहिक रूप से शानदार प्रदर्शन किया, जहाँ मोहम्मद सिराज और नीतीश कुमार रेड्डी ने भी महत्वपूर्ण विकेट लिए। इंग्लैंड की पूरी पारी 387 रनों पर सिमट गई, जिसमें बुमराह की भूमिका सबसे अहम रही। इस टेस्ट मैच में भारतीय टीम ने अपनी गेंदबाजी के दम पर इंग्लैंड पर दबाव बनाए रखा है। (द टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट पढ़ें)

📈 आगे की राह: क्या रूट पलटवार कर पाएंगे?

यह टेस्ट सीरीज अभी लंबी है, और अभी कई मुकाबले बाकी हैं। जो रूट एक विश्व स्तरीय बल्लेबाज हैं और वे निश्चित रूप से इस ‘कलंक’ को मिटाने की कोशिश करेंगे। हालांकि, जसप्रीत बुमराह ने उन्हें लगातार परेशान किया है, और यह देखना दिलचस्प होगा कि रूट इस चुनौती का सामना कैसे करते हैं। क्या वह अपनी तकनीक में कोई बदलाव लाएंगे, या बुमराह के खिलाफ एक नई रणनीति अपनाएंगे? यह एक रोमांचक मुकाबला है, और क्रिकेट प्रशंसक इस व्यक्तिगत प्रतिद्वंद्विता पर अपनी पैनी नजर रखेंगे। भारतीय टीम अपनी जीत की लय को बनाए रखने और सीरीज में बढ़त बनाने के लिए उत्सुक होगी, वहीं इंग्लैंड अपनी वापसी की राह तलाश रहा होगा।

क्रिकेट अनिश्चितताओं का खेल है, और यही इसे इतना रोमांचक बनाता है। शतक तो बना, पर जो. रूट खुद को बुमराह के लगाए इस बड़े कलंक से नहीं बचा सके – यह वाक्य इस टेस्ट की एक महत्वपूर्ण गाथा कहता है।

❓ इस खबर से जुड़े कुछ सवाल

जसप्रीत बुमराह ने जो रूट को कितनी बार आउट किया है?

लॉर्ड्स टेस्ट में जो रूट को आउट करने के बाद, जसप्रीत बुमराह ने टेस्ट क्रिकेट में उन्हें 11वीं बार पवेलियन भेजा है।

जो रूट के शतक के बावजूद बुमराह का प्रदर्शन क्यों खास रहा?

जो रूट ने भले ही शतक जड़ा हो, लेकिन बुमराह ने उन्हें महत्वपूर्ण समय पर आउट किया, जिससे इंग्लैंड पर दबाव बना। यह दर्शाता है कि बुमराह का प्रभाव सिर्फ विकेट लेने तक सीमित नहीं है, बल्कि वह खेल का रुख भी बदल सकते हैं।

क्या बुमराह ने इस टेस्ट में और कोई रिकॉर्ड बनाया?

हाँ, जसप्रीत बुमराह ने लॉर्ड्स टेस्ट में 5 विकेट लेकर विदेशी धरती पर अपने 13 फाइव-विकेट हॉल पूरे किए, जिससे उन्होंने कपिल देव का 12 फाइव-विकेट हॉल का भारतीय रिकॉर्ड तोड़ दिया।

⚠️ महत्वपूर्ण सूचना (Disclaimer)

यह लेख हालिया समाचारों पर आधारित है और सूचना के उद्देश्यों के लिए है। वित्तीय या स्वास्थ्य संबंधी निर्णय लेने से पहले, कृपया एक योग्य पेशेवर से सलाह लें। बाजार और घटनाएं तेजी से बदल सकती हैं।

 

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